एहि ब्लॉग पर 6 फरवरी कए नई दुनिया केर संपादकीय प्रस्तुत कएल गेल छल जे खोरा आ बो भाषा केर अस्तित्व समाप्त हएबा पर छल। परम सहयोगी श्री नारायण प्रसाद जी,जे मगही भाषा लेल असाधारण रूपें सक्रिय छथि,उक्त विषय में एक बेहद सूचनाप्रद लिंक भेजलनि अछि। देखबा लेल क्लिक करू।
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