दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) में 2010-11 सत्र सं कंप्यूटर साइंस आ पर्यावरण विज्ञानक पढ़ाई अनिवार्य करबाक तैयारी भ गेल छैक। ग्रैजुएशन र्फस्ट ईयर में एडमिशन लेनिहार हर स्टूडेंट के ई दुनू सब्जेक्ट पढए पड़तनि, चाहे ओ साइंसक होथि कि कॉमर्स अथवा आर्ट्स के। सेशन 2010-11 में ही सेमेस्टर सिस्टम लागू करबा लेल बनाओल गेल हाई लेवल कमिटी कंप्यूटर साइंस आ एनवायरनमेंट साइंस के पढ़ाई जरूरी बनेबाक बात फाइनल प्रपोजल में शामिल क लेने अछि। डीयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर दीपक पेंटल के कहब छनि जे र्फस्ट ईयर के हर स्टूडेंट के कंप्यूटर आ एनवायरनमेंट साइंस पढ़ए पड़तनि। हुनकर कहब छनि जे नबका सेशन सं हर ऑनर्स कोर्स में तीन साल में 24 पेपर हएत जहि में 15 त मेन सब्जेक्ट के रहत आ 6 टा दोसर विषय के । तीन पेपर जनरल हएत। जनरले पेपर्स में कंप्यूटर साइंस आ एनवायरनमेंट साइंस शामिल रहत।
प्रो. पेंटल के कहब रहनि जे यूनिवसिर्टी में ई-लर्निंग प्रोजेक्ट जोर-शोर सं चलि रहल छैक मुदा डीयू में एडमिशन लेनिहार सभ स्टूडेंट्स कंप्यूटर फ्रेंडली नहिं होइत छथि आ कॉलेज में चलि रहल ई-लर्निंग प्रोजेक्ट के फायदा नहिं उठा पबै छथि। तें,हर स्टूडेंट के कंप्यूटर ऐप्लीकेशन के नॉलेज देल जेतैक। जखन ग्रैजुएशन लेवल पर सभ स्टूडेंट्स के लेल ई पेपर कंपल्सरी भ जाएत,त करीब 50 हजार स्टूडेंट्स के लेल ऑनलाइन एग्जामक इंतजाम करए पड़तैक।
(12 दिसम्बर,2009 केर नभाटा में प्रकाशित भूपेन्द्र के रिपोर्ट पर आधारित)
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