पूर्व मुख्यमंत्री डा. जगन्नाथ मिश्र राज्य में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के वेतनमान लागू करबाक मांग कएलनि अछि। हुनकर कहब छनि जे उच्च शिक्षा तंत्र में बेसी स्वायत्तता, स्वतंत्रता आ लचीलापन जरुरी छैक। ओ एक विज्ञप्ति जारी कए कहलनि जे राज्य के विश्वविद्यालय आ महाविद्यालय सभ में लगातार गुणात्मक ह्रास भ रहल अछि। 1996 सं लगातार 8 हजार सं बेसी पद रिक्त छैक। कालबद्ध प्रोन्नति और मेधा आधारित प्रोन्नति 1996 सं बंद छैक। ओ एहि ज्ञात तथ्य सं सहमति व्यक्त कएलनि जे प्राचार्यक नियुक्ति में, विश्वविद्यालयों मेधा आ वरीयता के दरकिनार करैत पक्षपात आ अनियमितता बरतने अछि। ओ कहलनि जे महाविद्यालय में शैक्षणिक माहौल चौपट भेल जा रहल छैक आ शिक्षकलोकनि में असंतोष व्याप्त छनि। हुनक विचार रहनि जे उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता बहाल करबा लेल कठोर आ प्रभावकारी निर्णय लेबाक आवश्यकता छैक। ओ सलाह देलनि जे कुलाधिपति के उच्च शिक्षा आ उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थान सभहक समीक्षा कए कार्रवाई करबाक चाहिएनि ।
(दैनिक जागरण,मुजफ्फरपुर संस्करण में 27 दिसम्बर,2009 कए प्रकाशित खबरि पर आधारित)
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