देश भरि में टीचर के 12.06 लाख पद खाली छैक। एकर अतिरिक्त,7.72 लाख टीचर अनट्रेंड छथि। हालहि में स्कूली शिक्षा के ल कए मानव संसाधन मंत्रालय के सम्मेलन में एहि मुद्दा के समीक्षा कएल गेलैक। बैठक में इहो बात खुजल जे कतेको राज्य में शिक्षकलोकनिक क्वॉलिटी के संबंध में मारिते विसंगतियां छैक।
'राइट टु एजुकेशन' के तहत 30:1 के स्टूडेंट-टीचर अनुपात (पीटीआर) रखबा लेल,5.1 लाख अतिरिक्त टीचर चाही। एखन, 5.29 लाख स्कूल (कुल स्कूलों का 53.2 प्रतिशत) में 30:1 सं बेसी पीटीआर छैक।
13 राज्य में टीचर एजुकेशन कपैसिटी पर्याप्त छैक, मुदा पूर्वोत्तर के सातो राज्य में अनट्रेंड टीचरक प्रतिशत बेसी छैक । आठ राज्यक स्थिति गड़बड़ाएल छैक जतए अनट्रेंड टीचरक संख्या त बेसी अछिए,टीचर एजुकेशन कपैसिटीयो अपर्याप्त छैक।
आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, आ उत्तराखंड में अनट्रेंड टीचरक संख्या बहुत कम छैक। एहि राज्य सभ में 2.33 लाख नव टीचरलोकनिक जरूरत छैक आ 94,000 सेवारत टीचर कें ट्रेंड करब जरूरी छैक। कर्नाटक में एकहुटा अनट्रेंड टीचर नहिं छैक परन्तु दिल्ली, गुजरात, केरल, महाराष्ट्र आ तमिलनाडु में अनट्रेंड टीचरक अनुपात एक प्रतिशत सं कम छैक।
(नभाटा,दिल्ली,27 दिसंबर,2009 में प्रकाशित अक्षय मुकुल केर रिपोर्ट पर आधारित)
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