* * * पटना के पैरा-मेडिकल संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एजुकेशन एंड रिसर्च जयपुर कें निम्स यूनिवर्सिटी द्वारा अधिकृत कएल गेल। *

Friday, 1 January 2010

गाम में सेवा देबए चाहैत छी त तीनहिं बरख में भ जाएब एमबीबीएस

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तीन साल तक ग्रामीण इलाका में प्रैक्टिस करनिहार एमबीबीएस डाक्टर के लेल पीजी कोर्स में 25 फीसदी सीट आरक्षित करबा पर विचार क रहल अछि । ग्रामीण इलाका में चिकित्सा सुविधा बढएबा लेल जहि प्रस्ताव सभ पर गंभीरता सं विचार भ रहल छैक, ओहिमें सं एकटा इहो छैक। डाक्टर सभ ग्रामीण इलाका में प्रैक्टिस करबाक प्रतिएं अनिच्छुक रहैत छथि। केओ फीस लेल मरूआ लेने आएत त केओ कहत जे सेहो नहिं अछि। एकरे समाधान लेल मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया (एमसीआई) स्वास्थ्य मंत्रालय के ई प्रस्ताव भेजने अछि। एमसीआई के अध्यक्ष केतन देसाई के कहब छनि जे राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत बुनियादी ढांचा तैयार करबा पर सरकार बड्ड पाई खर्च क रहल छैक। मुदा, डाक्टर सभहक कमी के कारणें, बेसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बंदे छैक। देसाई कहलनि जे मंत्रालय के पठाओल गेल प्रस्ताव में, ग्रामीण इलाका में सेवा देनिहार डाक्टर के लेल पीजी कोर्स में 25 फीसदी सीट आरक्षित करबाक बात कहल गेल छैक।

(हिंदुस्तान,पटना,01.01.2010)

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