विश्वविद्यालय सभहक कामकाज में मानव संसाधन विकास विभाग केर लगातार हस्तक्षेप सं राजभवन पिताएल छैक। कुलाधिपति कतेको बेर निर्देश देलनि मुदा कोनो असर नहिं। नतीजा, सरकार आ राजभवन के बीच बढैत शीतयुद्ध । खबरि छैक जे बढ़ि रहल सरकारी हस्तक्षेप रोकबा लेल कुलाधिपति देबानंद कुंवर एही माह नीतीश कुमार कें वार्ता लेल बजओताह। सरकार आ कुलाधिपति कार्यालय के बीच टकराव रोकबा लेल पछिला सप्ताह विभागीय मंत्री हरिनारायण सिंह आ प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह कुलाधिपति सं भेंट कएने छलाह। बैठक में शैक्षणिक माहौल आ विश्वविद्यालय सभ में वित्तीय अनुशासन कायम करबा लेल, मंत्री जी कुंवर साहेब के आश्वस्त कएलनि जे विभाग आब लक्ष्मण रेखा केर उल्लंघन नहिं करत। मुदा,हुनक आश्वासन के बहत्तरे घंटा बाद, विभाग एक विश्वविद्यालय देया निर्देश जारी कएलक जे ओकर बजट तैयार कएनिहार अधिकारि आ कर्मचारीलोकनि पर प्राथमिकी दर्ज हएत। नासमझी में विभाग के जे अफसर खंजर उठा रहल छथि,तनिका एकर नतीजा भोगतए पड़ि रहल छनि। अधिकारी सभहक आगू मंत्री कें नहिं चलैत छैक। मंत्री जी कुलाधिपति कें भरोस देने छलाह जे हुनकर निर्देश आ अधिनियम के तहत, विश्वविद्यालय में शिक्षकों आ छात्रक उपस्थिति के जांच लेल आब जिला शिक्षा पदाधिकारी कें नहिं पठओल जएतैक। परन्तु,विभाग फेर पत्र जारी कए कालेज निरीक्षकलोकनि कें ई काज करबाक निर्देश देलक अछि। मंत्री जी इहो कहने छलथि जे कुलाधिपति अपन स्तर सं पद के रैशनलाइजेशन करा कए रिक्ति पठओताह ताकि सरकार नियुक्ति प्रक्रिया शुरू क सकए। मुदा विभाग स्वयं विश्वविद्यालय सं रेशनलाइजेशन रिपोर्ट मंगा लेलक आ ओहि पर फैसलो क रहल अछि जबकि राजभवन पहले सं ई काज क रहल छल। विभाग विश्वविद्यालय सभहक आडिट सेहो करा रहल छैक आ 2010-11 केर बजट अविलंब भेजबाक लेल दबाव बना रहल छैक । बजट में गड़बड़ी करनिहार पर केस सेहो दर्ज करा रहल छैक। ओम्हर, विभागीय मंत्री कुलाधिपति सं खाता सभ के चार्टर्ड एकाउंटेंट के माध्यम सं जांच करएबाक आग्रह क रहलाह अछि। ज्ञातव्य जे कुलाधिपति विगत अक्टूबर माह में सभ विश्वविद्यालयों कें सर्कुलर पठाकए अपन दृष्टिकोण स्पष्ट क देने छलाह। ओ कहने छलाह जे विश्वविद्यालय सभ में शैक्षणिक गतिविधि देया विभागक हस्तक्षेप नाकाबिले बर्दाश्त छैक। कुलपतिलोकनि संक हल गेल छल जे ओ सभ राजभवन सं मार्गदर्शन लथि विभाग सं नहिं।(दैनिक जागरण,पटना,4.1.10 में अवनीन्द्र नाथ ठाकुरक रिपोर्ट पर आधारित)
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