प्रख्यात साहित्यकार, कथाकार आ ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय केर पूर्व कुलपति डॉ. उमानाथ झा नहिं रहलाह। 7 दिसम्बर,2009 कए दरभंगा निवास पर हुनक निधन भ गेलनि। ओ 98 बरखक छलाह।
डॉ. झा पछिला दू सप्ताह सं बीमार छलाह। परिवार में पत्नी चारि पुत्र आ तीन बेटी छनि। हुनक जन्म वर्ष 1923 में मधुबनी जिला के महरैल गांव में भल रहनि। ओ वर्ष 1981 सं 1983 तक ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति रहथि। हुनक मैथिली में पांच आ अंग्रेजी में एक गोट ग्रंथ छनि।
डॉ. उमानाथ के हुनक मैथिली कथा-संग्रह 'अतीत' के लेल वर्ष 1987 में साहित्य अकादमी पुरस्कार सं सम्मानित कएल गेल छल। हुनक आन कृतिसभ में 'रेखाचित्र' (1951), 'श्री अरविन्दो अनुवाद' (1982), 'किम अधिकम' (2006), 'बीतल दिन आ बिसरल लोग' (2007) आ 'अतीत' (1984) प्रमुख छनि।
हुनक अंतिम संस्कार साते दिसम्बर कए बागमती तट पर सती स्थान पर कएल गेल। हुनक निधन पर सांसद कीर्ति झा आजाद, विधान पार्षद डॉ. विनोद कुमार चौधरी, पूर्व विधायक डॉ. मदन मोहन झा, सहित्य अकादमी केर सदस्य आ वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. भीमनाथ झा, डॉ. सुरेश्वर झा समेत कतेको साहित्यकार आ शिक्षा जगत सं जुड़ल लोकनि शोक व्यक्त कएलनि अछि।
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